"मंगल / MANGAL"

"मंगल ग्रह से आमतौर पर लोग डरते हैं जबकि जिसका नाम ही मंगल हो वह अमंगल कैसे कर सकता है। यह ग्रह उग्र जरूर है लेकिन अशुभ नहीं। कुंडली में हर ग्रह शुभ और अशुभ फल देते हैं ऐसे ही मंगल भी दोनों तरह के फल देता है। मंगल की शुभता उसके साथ बैठे ग्रह से तय की जाती है अथवा उस पर पड़ने वाली शुभ ग्रहदृष्टि से। यहां हमने हर घर में मंगल के दोष और उनके निवारण पर चर्चा की है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल लग्न भाव, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या बारहवें भाव में हो तो व्यक्ति मांगलिक हो जाता है। यदि इन भावों में शनि, सूर्य, राहु या केतु हो तो व्यक्ति आंशिक मांगलिक हो जाता है। "